मोहित कुमार व्हीलचेयर पर करते हैं बॉडी बिल्डिंग, समाज के लिए बनें मिसाल
बाराबंकी। कभी-कभी जिंदगी भी ऐसा खेल खेलती है कि इंसान उसके आगे घुटने टेक ही देता है। लेकिन जो व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में हार न माने वही असल में रियल हीरो होता है। शुक्रवार को जहांगीराबाद में चल रहे रामपुर महोत्सव के दौरान संस्कृति पंडाल में बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता में व्हीलचेयर बॉडीबिल्डर मोहित कुमार आकर्षण का केन्द्र रहे। मोहित ने विकलांग होने के बावजूद खुद को सम्भाला और निखारा कि लोग उन्हें देख कर हैरत में पड़ जाते हैं। उन्होंने कभी भी अपनी विकलांगता को न तो अपनी कमजोरी बनने दिया और न ही उसे अपने जीवन पर हावी होने दिया। उन्होंने अपनी उम्मीद के सपनों को धूमिल नहीं होने दिया। वह विकलांगता के कारण व्हीलचेयर पर ही जीवन गुजारने को मजबूर हो गये थे। ऐसी हालत में वह निराश नहीं हुए उन्होंने कसरत करनी प्रारंभ की। उन्होंने अब तक देश-विदेश की विभिन्न प्रतियोगिताओं में 46 स्वर्ण पदक जीते हैं। हाल ही में, उनका चयन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक प्रतियोगिता के लिए भी हुआ है। मोहित ने बताया कि उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। सात वर्ष की उम्र में माता-पिता के निधन के बाद, उन्होंने अपने भाई रोहित और ताऊ के सहयोग से यह मुकाम हासिल किया है। इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं सुप्रसिद्ध नेत्र सर्जन डॉ विवेक सिंह वर्मा ने कहा कि मोहित कुमार समाज के लिए आईडियल है। उन्होंने अपंगता को हराकर व्हीलचेहर पर ही बॉडीबिल्डर बन कर समाज में एक नजीर पेश की है। जिनकी मेहनत और जज्बा हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। रामपुर महोत्सव में अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद बैजनाथ रावत और डॉ. विवेक वर्मा ने विजेताओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में जबरदस्त जोश देखने को मिला। उत्तराखंड के व्हीलचेयर बॉडीबिल्डर मोहित कुमार और जिले के व्हीलचेयर बैडमिंटन खिलाड़ी प्रहलाद की उपस्थिति ने दर्शकों में विशेष उत्साह भर दिया। प्रतियोगिता में लगभग दो दर्जन युवा बॉडीबिल्डरों ने अपनी फिटनेस का प्रदर्शन किया। हरिद्वार निवासी व्हीलचेयर बॉडीबिल्डर मोहित कुमार इस आयोजन का खास आकर्षण रहे। कार्यक्रम का संचालन खेल प्रशिक्षक तौहीद खान ने किया। कार्यक्रम के आयोजक यूथ आइकॉन असद साजिद ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

0 टिप्पणियाँ