प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मंगलवार को दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। सोमवार को ही सुरक्षाकर्मी और छात्र चंद्रप्रकाश के बीच हुई हाथापाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। छात्र का आरोप है कि सुरक्षाकर्मी ने उसकी पिटाई की थी।
इस घटना से नाराज सैकड़ों छात्र मंगलवार सुबह विश्वविद्यालय के मेन गेट पर पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्रों ने विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार बंद कर वहीं धरना शुरू कर दिया। वे नारे लगा रहे थे सुरक्षाकर्मी को सस्पेंड करो, गुंडागर्दी बंद करो, जो हिटलर की चाल चलेगा, वह हिटलर की मौत मरेगा। स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। छात्रों की मांग है कि पिटाई करने वाले सुरक्षाकर्मी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। डिप्टी चीफ प्रॉक्टर डॉ. अतुल नारायण सिंह मौके पर पहुंचे और छात्रों से बातचीत की, लेकिन छात्र सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद चीफ प्रॉक्टर राकेश सिंह भी पहुंच गए है। उनसे छात्रों की कहासुनी हुई।
छात्र चंद्रप्रकाश ने बताया कि 13 अक्टूबर को दिशा छात्र संगठन से जुड़े कुछ छात्र विश्वविद्यालय परिसर में परिचर्चा कर रहे थे। तभी 5-6 सुरक्षाकर्मी वहां पहुंचे और छात्रों को धमकाने लगे तथा आईकार्ड मांगने लगे। दिशा के सदस्यों ने जब इसका विरोध किया तो सुरक्षाकर्मियों ने प्रॉक्टर को बुलाने की बात कही। इस दौरान अन्य छात्र भी एकत्रित हो गए, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी वहां से चले गए। अगले दिन, यानी 14 अक्टूबर को, दिशा संगठन के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय में पर्चे बांट रहे थे और सामूहिक अध्ययन कर रहे थे। तभी सुरक्षाकर्मी फिर पहुंचे और छात्रों से बदसलूकी करने लगे। एक गार्ड ने संगठन के एक सदस्य का कॉलर पकड़ लिया और छात्राओं को भी धक्का देने लगा।
इस घटना के बाद दिशा छात्र संगठन के दो दर्जन से अधिक सदस्य और सैकड़ों छात्र एकत्रित हो गए। छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में मार्च निकाला। इस आंदोलन में चंद्रप्रकाश ने नेतृत्वकारी भूमिका निभाई।
डिप्टी चीफ प्रॉक्टर डॉ. अतुल नारायण सिंह ने बताया कि चंद्रप्रकाश चौधरी परा स्नातक (अर्थशास्त्र प्रथम वर्ष) में अनुतीर्ण छात्र रहा है और वर्तमान में (सत्र 2024-25) विश्वविद्यालय का नियमित छात्र नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 16 अक्टूबर 2025 को उसे सोशल मीडिया पर झूठी और भ्रामक सामग्री प्रसारित कर विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने तथा एफसीआई बिल्डिंग में चल रही स्नातक कक्षाओं को चार घंटे तक बाधित करने के कारण परिसर में प्रवेश से प्रतिबंधित कर दिया था।
यह आदेश उसे विधिवत रूप से पूर्व में प्रदान किया जा चुका है। आज उसी प्रतिबंध के बावजूद चंद्रप्रकाश चौधरी तीन अन्य छात्रों के साथ के पीयूसी गेट पर सुरक्षा गार्डों की रोक के बावजूद मोटरसाइकिल से जबरन परिसर में घुस गया। रोकने के प्रयासों को दरकिनार करते हुए उसने कर्मचारियों की निर्धारित पार्किंग में वाहन खड़ा किया और ईश्वर टोपा भवन के समीप स्थित गेट से विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश किया। सुरक्षा कर्मियों ने अपने दायित्वों का पालन करते हुए उसे रोकने का प्रयास किया।

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